Retired Out in Cricket in Hindi: क्रिकेट में रिटायर्ड आउट क्या होता है. विश्व में क्रिकेट, समय के साथ तेज़ी से विकसित हो रहा है. प्रशंसक अपने पसंदीदा टीमों और खिलाड़ियों को मैदान पर कई अलग-अलग रणनीतियों और कौशल का उपयोग करते हुए देख टीमों को जीत दिलाने की कोशिश करते हैं.
हाल के वर्षों में, मैंने ऐसे उदाहरण देखा है जहाँ टीमों और खिलाड़ियों ने अपने फ़ायदे के लिए नियमों का चतुराई से उपयोग किया है. एक आईपीएल मैच में, रविचंद्र अश्विन ने अगले बल्लेबाज़ को कुछ तेज़ रन बनाने देने के लिए बीच में ही “Retired out” कर दिया था. तब से, इस दुर्लभ रणनीति का इस्तेमाल कुछ अन्य मैचों में किया जाता हैं.
वैसे ही शनिवार, मई 2024 को बांग्लादेश के खिलाफ भारत के अभ्यास मैच में ऋषभ पंत ने 53 (32) रन बनाने के बाद क्रीज छोड़ दी।,
लेकिन कई प्रशंसक रिटायर आउट और रिटायर हर्ट के बीच क्या होगा है, सोचकर भ्रमित हो जाते हैं. इसलिए, इस लेख में, मैं रिटायर्ड आउट क्या होता है, Retired Out kya Hai और Retired Hurt Kya hai के बीच का अंतर समझाऊँगा.
रिटायर्ड आउट क्या होता है – What is Retired Out in Cricket
Retired Out in Cricket: ICC की खेल परिस्थितियों के अनुसार, बल्लेबाज पारी के दौरान किसी भी समय रिटायर हो सकता है. एक बार जब बल्लेबाज अपनी मर्जी से रिटायर हो जाता है, तो वह मैच में अपनी पारी को तब तक फिर से शुरू नहीं कर सकता जब तक कि विपक्षी कप्तान इसकी अनुमति न दे.
लेकिन अगर बल्लेबाज बल्लेबाजी करने के लिए वापस नहीं आता है, तो बल्लेबाज को ‘Retired Out’ घोषित कर दिया जाता है और इसलिए उस बल्लेबाज को रिकॉर्ड में उसे आउट माना जाता है.
हालाँकि, आजकल रिटायर्ड आउट एक दुर्लभ घटना है जो खेल में होती रहती है. यह नियम हाल ही में चर्चा में आया है, और कोई भी मैच की स्थिति के अनुसार इसका उपयोग कर रही हैं, खासकर T20 World Cup खेलों में.
रिटायर्ड हर्ट क्या होता है – What is Retired Hurt in Cricket?
Retired Hurt in Cricket: चोट लगना मैदानी खेलों का अनजान हिस्सा है और क्रिकेट जैसे खेलो में ऐसा होते रहता है. अक्सर बल्लेबाज नेट पर अभ्यास करते समय या मैच के दौरान घ्याल होते रहते हैं.
ऐसे में यदि कोई खिलाड़ी अभ्यास के दौरान चोटिल हो जाता है, तो वह चोट का आकलन करने के बाद कुछ दिनों के लिए ब्रेक या आराम ले सकता हैं.
लेकिन अगर कोई बल्लेबाज मैच के दौरान खुद को घ्याल कर लेता है तो क्या होगा?
तभी Retired Hurt नियम लागू होता है, लेकिन क्रिकेट में रिटायर्ड हर्ट – रिटायर्ड आउट से अलग शब्द है और इसका नियम भी.
उदाहरण से समझे तो, अगर कोई बल्लेबाज चोट, बीमारी या किसी अपरिहार्य परिस्थिति के कारण रिटायर होता है, तो उसे कुछ समय के लिए रिटायर्ड हर्ट के रूप में चिह्नित होता हैं. लेकिन, Retired out बल्लेबाज के विपरीत होता है जैसे Retired Hurt बल्लेबाज फिर से बल्लेबाजी करने आ सकता है.
लेकिन वे किसी भी समय अपनी पारी फिर से खेलने नहीं आ सकते हैं. इसका नियम यह कि कोई बल्लेबाज तभी दोबारा बल्लेबाजी करने आ सकता है जब कोई विकेट गिर जाए या कोई और बल्लेबाज रिटायर हो जाए.
हालंकि, अगर कोई बल्लेबाज बल्लेबाजी करने नहीं आता है, तो उसे रिकॉर्ड में ‘Retired not out’ के रूप में दर्ज किया जाता है. अब ध्यान रखें कि रिटायर्ड हर्ट कोई सामरिक निर्णय नहीं है, बल्कि बल्लेबाज को रिटायर होने के लिए मजबूर किया जाता है. लेकिन यहां वे खेलने के लिए फिट होने पर फिर से बल्लेबाजी कर सकते हैं.
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